सत्यम ने पुरे किए सफलता के तीन साल

इस तोफिक की कीमत क्या है आ ज से तीन साल पहले मैनपुरी की जनता को सत्यम न्यूज़ चैनल का दीदार हुआ था.१४ दिसम्बर २००६ की सुबह थी.धुप अभी पकी भी ...
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महारष्ट्र में मीडिया कर्मिओं पर हमले पर मैनपुरी की मीडिया ने फूंका ठाकरे का पुतला

ठाकरे के पुतले पर विरोध जताते मीडिया कर्मी पुतला फुकने जाते मैनपुरी के मीडिया कर्मी शि व सैनिकों की और से महाराष्ट्र में मीडि...
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सिर्फ 19 रुपये में पुराना नंबर रखना संभव

अगर आप एक मोबाइल कंपनी की सेवाएं छोड़ कर किसी दूसरी कंपनी का कनेक्शन लेना चाहते हैं तो आपको केवल एक मुश्त 19 रुपये खर्च करने होंगे। भारतीय द...
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1990 के दशक के बाद बदलती देश की पत्रकारिता

देश में योग्य संपादकों की कमी को पूरा किया जाये स न 1990 में कंप्यूटर तकनीक के आ जाने से पत्रकारिता में तेजी बदलाव आया ....
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दिमाग को चुस्त बनाती है हिंदी !!

यदि आप हिंदी भाषी हैं और आधुनिक सभ्यता के शौकीन होकर बिना जरुरत अंग्रेजी बोलने की लत पाल चुके हैं तो जरा सावधान हो जाइए। देश के वैज्ञानिकों ...
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सत्यम में फिर आये विदेशी मेहमान

आस्ट्रलिया के बाद अब नीदरलैंड में फैली सत्यम की लोकप्रियता स त्यम की लोकप्रियता अब मैनपुरी तक ही नहीं रह गयी है.विकास पत्रकारिता के शोकिन और...
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श्रद्धांजली

खलीश हिन्दुस्तानी पत्रकार ''प्रभाष जोशी'' रो ज़ की तरह देश विदेश की खबरों के लिए मैं नेट पर बैठा था.हिंदुस्तान के पोर्टल स...
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तेरह दल कर रहे हैं पांच चुनाव चिह्नों का साझा प्रयोग

वे अपनी विचारधाराओं में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन निर्वाचन आयोग का शुक्रिया है कि विभिन्न राज्यों में 13 दल पांच चुनाव चिह्नों का साझा इस्त...
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संयोगिता के लिए चली पृथ्वीराज की तलवार का साक्षी है मैनपुरी

उनकी तलवार जब चलती थी तो रण में बिजलियां सी कौंध जाती थीं। रण के कोने-कोने में एक ही नाम गूंजता था, कि आ गये पृथ्वीराज। पृथ्वीराज चौहान मुगल...
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मैनपुरी आइकोन

मैनपुरी का बेपर्दा पत्रकार '' खुशीराम यादव '' मै नपुरी मैं यूँ तो कई पत्रकार हैं...लेकिन पुराने पत्रकारों में मुझे खुश...
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क्या हम ऐसे जनतंत्र में जी रहे हैं, जिसे परिवारतंत्र चला रहा है ?

क्या हम ऐसे जनतंत्र में जी रहे हैं, जिसे परिवारतंत्र चला रहा है ?

राजनीति की दुनिया में चुनाव एक पर्व की तरह होता है, जब कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए फसल काटने का वक्त होता है। जनतंत्र के हिसाब से यह पर्व ...
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माधव राव सिंधिया की पुण्य तिथि पर विशेष

रियाया से अवाम तक का सफर : माधव राव सिंधिया भा रतीये लोकतंत्र में जिन नेताओं ने मुझे प्रभावित किया उनमे माधव राव सिंधिया मेरे बेहद आ...
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शहीद् ए आजम सरदार भगत सिंह जी (27 सितम्बर, 1907 - 23 मार्च, 1931 )

कुछ बहरों को सुनाने के लिए एक धमाका आपने तब किया था , एसे ही कुछ बहरे आज भी राज कर रहे है, हो सके तो आ जाओ !! सरफरोशी की तमन...
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चिडियां ते मैं बाज़ लडाओं......

उत्तर प्रदेश का वीर ... कर्मवीर व रिष्ठ आई पी एस अफसर कर्मवीर सिंह को यूपी पुलिस का मुखिया बनाया जाना एक सराहनीय कदम है| कर्मवीर का मैनपु...
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