इस तोफिक की कीमत क्या है
आज से तीन साल पहले मैनपुरी की जनता को सत्यम न्यूज़ चैनल का दीदार हुआ था.१४ दिसम्बर २००६ की सुबह थी.धुप अभी पकी भी नहीं थी.स्टेशन रोड पर सत्यम के ऑफिस में चहल पहल थी.पूरी मैनपुरी टीवी से चिपकी थी.जबरदस्त दबाव था.११ बजे हवन और पूजन के बाद सत्यम ने काम शुरू कर दिया था.शाम ७ बजे हमारी पहली न्यूज़ फ्लैस हुयी.अपनों को टीवी पर देख कर मैनपुरी की जनता झूम उठी.सड़कों और चोराहा पर भीड़ जमी हुयी थी सत्यम के इजाद से मैनपुरी की जनता बेहद खुश थी.ये सब देख कर मुझे भी ख़ुशी हो रही थी लेकिन डर भी लग रहा था.क्यों की मुझे उम्मीद नहीं थी कि सत्यम को मैनपुरी की जनता इतना सम्मान और मोहब्बत देगी.मुझे इसकी इतनी उम्मीद नहीं थी.लेकिन उस दिन मेने ये ठान लिया की मैनपुरी की जनता को कभी निराश नहीं होने दूंगा.तीन साल के इस सफर में सबसे ज्यादा शुक्रिया डॉ शेखर भदौरिया करना चाहूँगा.सच तो ये है की मेने तो सिर्फ एक सपना देखा था लेकिन डॉ शेखर ने इसे ज़मीन दी थी.इस सपने को हकीकत में तब्दील किया.उनके बारे में फिर कभी विस्तार से लिखूंगा.वे एक प्रोग्रेसिव सोच के इन्सान हैं जो कुछ हट के करना चाहते हैं.मैनपुरी की जनता को उनके इस प्रयास की तारीफ करनी ही चाहिए.मुझे याद है अक्टूबर का महीना था.उस समय में बी ए जी फ़िल्म्स से जुड़ा था.एक प्रोग्राम की शूटिंग के लिए उनके गावं बिछिया गया था.शूटिंग खत्म होने के बाद चलते वक़्त मेरे बड़े भाई के दोस्त नंदू भैया ने मेरे चैनल खोलने के विचार उनके सामने रखा.डॉ शेखर ने उस पर तुरंत हाँ कर दी.उनके साथ काम करने के लिए मेरे दिल ने फोरन हाँ करने को कहा.मैंने ऐसा किया भी.मेरे ज़ेहन में उनकी छवि एक इमानदार और नेक इन्सान की है जो आज भी ज़ेहन में कायम है.
चैनल शुरू हुआ.लोगों ने कहा सत्यम १ महीने बाद बंद हो जायेगा.सत्यम ने एक महीना पूरा किया.फिर लोगों ने कहा ये तीन महीना तक और चलेगा.सत्यम ने तीन माह भी पुरे कर लिया.आज उन चंद लोगों के मुह सत्यम कि तारीफ करते नहीं थकते.जो कल तक इसके बंद होने की भविष्यवाणी करते थे.चैनल सुबोध.अजय.आशीष.आकांक्षा.नेहा.विशाल.चेतन.बोबी.प्रगति.रामपाल और गौरव की महनत से कीर्तमान रचने लगा था.तीन साल में सत्यम जनता के दिल पर छा गया.सत्यम इन तीन सालों में मैनपुरी की जनता के सुख दुःख का साथी बन गया.सत्यम ने सरकार की कल्याणकारी योजनायों की जानकारी दे कर जनता को जागरूक बनाया.युवाओं को एक नयी सोच दी.विकास पत्रकारिता मे सत्यम तीन सालों में रोल मॉडल बन गया.इसकी लोकप्रियता देश से बहार फैलने लगी.सत्यम को मैनपुरी की जनता अपना चैनल मानती है.तकनीकी और संसाधनों की कमी हमेशा सत्यम में बनी रही लेकिन जनता ने हमेसा इसको नज़रंदाज़ ही किया.ये जनता का मेरे उपर अहसान से कम नहीं है.इसी लिए में अक्सर इसे जनता का चैनल कहता हूँ.आपने स्टाफ को भी में यही कहता हूँ कि आप जनता को माँ-बाप मन कर काम करें.मेरे स्टाफ ने ऐसा किया भी.इसके लिए में अपने स्टाफ का भी शुक्रगुज़ार हूँ. सत्यम के प्रसारण को कई बार कुछ लोगों ने रोकने की कोशिश की ये वो लोग थे जो में मैनपुरी को तरक्की करते नहीं देखना चाहते थे.वे नहीं चाहते थे की मैनपुरी की जनता जागरूक बने.लेकिन ऐसे लोग बहुत कम थे.उनके इरादों में खोट थी सो वे सफल नहीं हो सके.सत्यम जनता की आवाज़ को लेकर बढता जा रहा है.मेरे दोस्त शिवम् ने मुझे काफी होसला दिया.प्रोत्साहित किया.जब सत्यम लोकप्रिय होने लगा तो लोगों ने कहा ''आप मैनपुरी में अपना करियर खत्म कर रहे हो''में सुनता रहता...इस तरह के सवाल अब मेरी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन चुके हैं. क्या अच्छी पढ़ाई करने वालों को आपने घर में काम नही करना चाहिए? क्या सबसे ज्यादा मेरी जरुरत दिल्ली या बढे शहरों में है ?आई आई एम् सी से पत्रकरिता की डिग्री लेने के बाद क्या बड़े मीडिया हाउस में ही काम करना चाहिए? मैंने कभी इस बात की फरवाह नही की.मैनपुरी से कई नामी और काबिल हस्तियों के नाम जुड़े हैं अगर वे मैनपुरी की लिए थोड़ा भी करते तो आज मैनपुरी पिछड़ी न होती.में बस इतना जनता हूँ की मैनपुरी का पिछले जन्म का कोई ऋण है जो इस जन्म में पत्रकारिता के जरिये चुका रहा हूँ और मुझे इसमें बेहद खुशी है.क्यों कि मुझे ये मोका नसीब हुआ है.
चैनल शुरू हुआ.लोगों ने कहा सत्यम १ महीने बाद बंद हो जायेगा.सत्यम ने एक महीना पूरा किया.फिर लोगों ने कहा ये तीन महीना तक और चलेगा.सत्यम ने तीन माह भी पुरे कर लिया.आज उन चंद लोगों के मुह सत्यम कि तारीफ करते नहीं थकते.जो कल तक इसके बंद होने की भविष्यवाणी करते थे.चैनल सुबोध.अजय.आशीष.आकांक्षा.नेहा.विशाल.चेतन.बोबी.प्रगति.रामपाल और गौरव की महनत से कीर्तमान रचने लगा था.तीन साल में सत्यम जनता के दिल पर छा गया.सत्यम इन तीन सालों में मैनपुरी की जनता के सुख दुःख का साथी बन गया.सत्यम ने सरकार की कल्याणकारी योजनायों की जानकारी दे कर जनता को जागरूक बनाया.युवाओं को एक नयी सोच दी.विकास पत्रकारिता मे सत्यम तीन सालों में रोल मॉडल बन गया.इसकी लोकप्रियता देश से बहार फैलने लगी.सत्यम को मैनपुरी की जनता अपना चैनल मानती है.तकनीकी और संसाधनों की कमी हमेशा सत्यम में बनी रही लेकिन जनता ने हमेसा इसको नज़रंदाज़ ही किया.ये जनता का मेरे उपर अहसान से कम नहीं है.इसी लिए में अक्सर इसे जनता का चैनल कहता हूँ.आपने स्टाफ को भी में यही कहता हूँ कि आप जनता को माँ-बाप मन कर काम करें.मेरे स्टाफ ने ऐसा किया भी.इसके लिए में अपने स्टाफ का भी शुक्रगुज़ार हूँ. सत्यम के प्रसारण को कई बार कुछ लोगों ने रोकने की कोशिश की ये वो लोग थे जो में मैनपुरी को तरक्की करते नहीं देखना चाहते थे.वे नहीं चाहते थे की मैनपुरी की जनता जागरूक बने.लेकिन ऐसे लोग बहुत कम थे.उनके इरादों में खोट थी सो वे सफल नहीं हो सके.सत्यम जनता की आवाज़ को लेकर बढता जा रहा है.मेरे दोस्त शिवम् ने मुझे काफी होसला दिया.प्रोत्साहित किया.जब सत्यम लोकप्रिय होने लगा तो लोगों ने कहा ''आप मैनपुरी में अपना करियर खत्म कर रहे हो''में सुनता रहता...इस तरह के सवाल अब मेरी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन चुके हैं. क्या अच्छी पढ़ाई करने वालों को आपने घर में काम नही करना चाहिए? क्या सबसे ज्यादा मेरी जरुरत दिल्ली या बढे शहरों में है ?आई आई एम् सी से पत्रकरिता की डिग्री लेने के बाद क्या बड़े मीडिया हाउस में ही काम करना चाहिए? मैंने कभी इस बात की फरवाह नही की.मैनपुरी से कई नामी और काबिल हस्तियों के नाम जुड़े हैं अगर वे मैनपुरी की लिए थोड़ा भी करते तो आज मैनपुरी पिछड़ी न होती.में बस इतना जनता हूँ की मैनपुरी का पिछले जन्म का कोई ऋण है जो इस जन्म में पत्रकारिता के जरिये चुका रहा हूँ और मुझे इसमें बेहद खुशी है.क्यों कि मुझे ये मोका नसीब हुआ है.
!! आफलाक़ से लायी जाती है
सीने में छुपाई जाती है
तोहीद की मय सागर से नहीं
आखों से पिलाई जाती है !!
हृदेश सिंहसीने में छुपाई जाती है
तोहीद की मय सागर से नहीं
आखों से पिलाई जाती है !!
Congratulate:! I wished that Satyam complate own many many years.
ReplyDelete- Abhishek Chauhan
हृदेश जी आप को एवं आपकी टीम को बहुत -२ हार्दिक शुभ कामनाएं
ReplyDeleteप्रिय हिर्देश और उनकी टीम को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं...मुझे बहुत गर्व है कि हिर्देश मेरे विद्यार्थी रहे हैं...वे चाहते तो दिल्ली के रास्ट्रीय मीडिया में बहुत आगे जा सकते थे...लेकिन उन्होंने मैनपुरी में पत्रकारिता की जो नई रौशनी फैलाई है, उसके लिए उन्हें बधाई..सत्यम न्यूज और प्रगति करे, यही शुभकामना है.
ReplyDeleteप्रिय हरदेश जी
ReplyDeleteमैनपुरी जैसे शहर में प्रिंट मीडिया से लेकर इलेक्ट्रोनिक मिडिया तक अपने जो
वर्चश्व स्थापित किया है वह एक सराहनीय कदम है |आज मैनपुरी की आवाज़ आप
के माध्यम से पुरे देश में गूंज रही है | इसके लिए हम सभी मैनपुरी वासी आपके आभारी है|
हम सभी मैनपुरी जनपदवासियों की तरफ से तरफ से आप को व आपकी पूरी टीम को
नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएं ............................
hi
ReplyDeletehirdesh
Congratulate and all satyam
team
late ho gaya soory
jayesh chauhan
from delhi
Congratulation to all Satyam team.....and spacial to Akanksha Pandey....U r a member of this team.
ReplyDeleteBy:Anuradha
thank u for satyam channel & satyam team. Mainpuri me satyam & satyam ki team ka tahedil se swagat hai.
ReplyDeleteGaurav Rathore
9456644046
Ghaziabad
thank u for satyam channel & satyam team. Mainpuri me satyam & satyam ki team ka tahedil se swagat hai.
ReplyDeleteGaurav Rathore
9456644046
Ghaziabad
thank u for satyam channel & satyam team. Mainpuri me satyam & satyam ki team ka tahedil se swagat hai.
ReplyDeleteGaurav Rathore
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Ghaziabad