इन्ही टीन के डिब्बों में पेक हों कर भेजा जा रहा था नकली घी
नकली घी बनाने वालों की झोपडी में तलाशी लेती आगरा पुलिस
सुख रही चर्बी और हड्डियों पर बुलडोज़र चलाती पुलिस
नकली घी से भरे डिब्बे
मैनपुरी. जिले में नकली खाद्य पदार्थों की बिक्री चरम पर पहुँच चुकी हैं.सबसे ज्यादा ख़राब हालत गावों में हैं.तेल घी डालडा मसाले हर चीज़ में मिलावट की जा रही हैं.जिन विभगों को इस मिलावट को रोकने की जिम्मेदारी सोंपी गयी हैं वो भी इस को रोक पाने में नाकाम ही साबित हुए हैं.हालाकि मिलावट को लेकर यूपी सरकार ने सख्त कदम उठाये हैं.लेकिन जिले स्तर पर इन पर अमल नहीं किया जा रहा शासन जब इन विभागों पर इस दिशा में प्रगति रिपोर्ट मांगता हैं तो बस खाना पूर्ति करके भेज दी जाती हैं. इस कारण मिलावट खोरों के होंसले बुलंद हैं.जनता के सेहत से जहां खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा हैं वहीँ इस महगाई में जनता की जेब को भी हल्का किया जा रहा हैं.सरसों के तेल में मिलावट जारी हैं.खतरनाक और सेहत को नुकसान पहुँचाने वाले तत्वों का इस्तेमाल किया जा रहा हैं.शहर में चल रहे स्पेलरों में मिलावट का ये खेल जारी हैं.दूध में यूरिया.सेम्पू.अरारोड़.न जाने क्या क्या मिलया जा रहा हैं. शहर में बनाने वाली कोल्ड ड्रिंक कम्पनी जहां लाखों की टेक्स चोरी कर रहीं हैं.वहीं जनता की सेहत को भी ख़राब कर रही हैं.आये दिन इन कोल्ड ड्रिंक्स में कचरा कीडे और गंदगी मिलने की खबरें आम हों गयीं हैं.बाबजूद को कार्रवाई नहीं हुई हैं.जनता की माने तो विभाग के अधिकारीयों को सब खबर हैं. अधिक मुनाफे की चाह में ये दूकानदार विभाग की अधिकारीयों को सुबिधा शुल्क दे कर जनता को धोखा देने में लगा हैं.आगरा में नकली घी बनाने की खबर किसी से छिपी नहीं हैं .ये अकेले आगरा तक सीमित नहीं हैं.इस गोरख धंदे की जड़ें प्रदेश के कई जनपदों में फेली हुयीं हैं.जानकारी मिल रही हैं कि मैनपुरी के दूकानदार भी बड़े पैमाने पर चर्बी और हड्डियों से बने घी को बेंच रहे हैं.सूत्र बताते हैं नकली घी सबसे ज्यादा खपत शुद्ध देशी घी से पकवान और मिठाई बनाने वाली दुकानों पर हैं.नकली घी की ये टीन बेहद कम कीमत में मिल जाती हैं और शुद्ध देशी के मूल्य में बेंची जाती हैं.मिलावट के साथ कम तोल भी अब आम हैं.डालडा और वनस्पति ओयल के डिब्बों पर दर्ज वजन से ३०० से ६०० ग्राम तक कम तोल दी जा रही हैं .डिब्बे सील बंद होने के कारण खरीददार आसानी से दूकानदारों का भरोसा कर लेता हैं.नकली खाद्य पदार्थों का अपना पूरा एक बाज़ार हैं.जिसका सालाना टर्न ओवर १०० करोड़ के लगभग हैं.सूत्रों के मुताबिक नकली खाद्य वस्तओं की इस इलाके में कानपुर सबसे बड़ी मंडी बन कर उभरी हैं.मैनपुरी के दूकानदार बड़े पैमाने पर इन नकली चीजों को कानपुर से खरीद कर यहाँ बेंच रहे हैं.जब शासन सख्ती करता हैं तो सम्बंधित विभाग सेम्पल के नाम पर असली खाद्य वस्तओं का सेम्पल ले जाते हैं.मैनपुरी की जनता चाहती हैं इन मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.साथ ही जो कानून इसे रोकने के लिए बनाये गए हैं उनकी कमजोरी का फायदा भी ये लोग उठा रहे हैं.ऐसे में इस कानून को और अधिक प्रभावी बनाने की भी जरुरत हैं. इसके अलावा जो सबसे अहम् वो ये की इसे रोकने के लिए वेल पवार की जबरदस्त जरुरत हैं.
After a long time u wrote something on any burning issue..good to know that still u r alert. Mango juice me Pumpkin ko mash karke pilane ki bhi khabar mil rahi hain...kya jamana aa gaya hai.
ReplyDeleteWelcome back .
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